What is a Cheque Bounce
Cheque तब ही माननीय कहा जाता है, जब Bank Recipient को Amount देता हैं। अगर Bank Recipient को Amount देने से मना कर देता है तो Cheque को ख़ारिज अर्थात Bounce माना जाता हैं। सरल शब्दों में कहे तो, Cheque Bounce होना एक ऐसी स्थिती है जिसमे Bank Recipient को Cheque की राशि देने से मना कर देता है। जब कभी भी Cheque को Bounce किया जाता हैं तो Performer Bank तुरंत Cheque के Bounce होने के कारणों को “Cheque Return Memo” जारी करते हुए Payee Banker को समझाता है। Payee Banker Memo और Bounce Cheque Recipient को देता है।
Cheque के Bounce होने की वजह को पूरा करने के बाद Cheque पर Specified Date के 3 Month के अंदर Recipient को फिर से Cheque जमा करने का Option होता हैं।इसके अतिरिक्त Recipient को Bank से “Cheque Return Memo” प्राप्त करने की Date से 30 दिनों के भीतर Drawer को एक Notice देना होगा। Notice में कहा जाना चाहिए कि Drawer द्वारा Notice प्राप्त होने कि तारिक से 15 दिनों के अंदर Cheque Amount का Payment Recipient के द्वारा किया जायगा।
वैसे तो, अगर Notice प्राप्त करने के 30 दिनों के अंदर Drawer एक नया Payment करने में असफल रहता है, तो Recipient को “Negotiable Instruments Act” कि धारा 138 के अनुसार Defaulter के खिलाफ क़ानूनी कार्यवाही करने का अधिकार हैं।
16 Reasons Why Cheque Bounce Bounce
- Payer के Bank Account में पूरे पैसे न होना।
- हस्ताक्षर Same न होना अर्थात Cheque में Signature Bank द्वारा रखे गए Sample से Match नहीं होना |
- Account Number गलत होना या पूरी तरह से न लिखना।
- संख्या और शब्दों में Amount का Same न होना यानि शब्दों और अंको में लिखी जाने वाली राशि का एक-दूसरे से मेल ना खाना।
- Cheque का फटना या ख़राब होना।
- Overdraft की Limit का पार होना।
- Cheque की Date निकल जाना।
- Payer के Signature के बिना Cheque पर Scrambling, Overwriting या गलती|
- Cheque पेश होने से पहले Checker का Account बंद होना ।
- Cheque कि समय सीमा का ख़त्म होना।
- Payment Checker द्वारा रोका जाना या यदि Drawer Bank को Cheque का Payment रोकने का आदेश देता है।
- Checker की मौत या उसका शारारिक रूप से अस्वथ्य होना या उसका दिवालिया होना।
- एक Company द्वारा जारी किये गए Cheque पर Company की Seal का न होना।
- जाली Cheque का संदेह होना या जाली Cheque का होना।
- अगर Recipient का नाम नहीं है या स्पष्ट रूप से नहीं लिखा गया है या गलत हैं।
- यदि Cheque पर किये गए किसी भी परिवर्तन को Checker ने अपना Signature देकर Proof न किया हो।
In Case Of Cheque Bounce
एक बार जब Bank आपके Cheque को रद्द कर देता है, तो Issuer को Cheque Bounce होने के कारण बताते हुए Recipient को Cheque Return Memo पाप्त होगा। Recipient के पास Cheque को दोबारा जमा करने का Option होता है। अगर यह दूसरी बार भी रद्द हो जाता हैं तो कानून के अनुसार Payee क़ानूनी रूप से Drawer के खिलाफ मुकदमा चला सकता हैं।
Penalty By Bank
अगर Amount पूरी न होने पर या किसी अन्य कारण जैसे Signature का Match न होना, या Date के आगे-पीछे होना इत्यादि कारणों से Cheque रद्द हो जाता है, तो Drawer और Recipient दोनों को अपने-अपने Banks को दंड का भुगतान करना होगा।
अगर Cheque रद्द हो गया है तो वह Loan की Payment के विरुध्द है तो उस स्थिती में आपको अपने Bank द्वारा लगे गए दंड के साथ -साथ देर से भुगतान Charges का Payment कराना होगा। Penalty Fee Bank से Bank में अलग होता हैं, सामान्यतः, Cheque Outward Return के लिए लगभग 300 रूपए के करीब होता है।
Loss Of Credit History
एक रद्द Cheque आपकी Financial Credit History में परेशानी उत्पन्न कर सकता है। आपकी Credit History Negative रूप से प्रभावित होती है क्यूंकि आपकी सभी Payment गतिविधियों की Financial Institutions द्वारा Credit ब्यूरो को सूचित किया जाता है। यंहा तक कि एक रद्द Cheque भी आपके CIBIL Score पर काफी हद तक Irruption लगा सकता है कि आपको भविष्य में Loan के लिए मना किया जा सकता है।
अगर आपका Credit Score अच्छा है तो ऋणदाता सर आप पर विश्वास करते हैं, इसलिए आपको सभी उपाय करने चाहिए और यह देखना चाहिए कि आपका Cheque रद्द न हो। आपको अपने Account में हमेशा न्यूनतम शेष राशि से कुछ अधिक अतिरिक्त धन रखना चाहिए ताकि Cheque के Bounce होने कि सम्भावना कम हो जाये।
Filing Of Civil And Criminal Charges By The Recipient
ऐसी भी परिस्थिति हो सकती है जब पीड़ित व्यक्ति दंड से असहमत हो और Cheque जारी कारण वाले के रूप में आपके खिलाफ एक Civil Or Criminal मामला Registered करें। अगर Cheque रद्द जानबूझकर किया हो तो ऐसी स्थिति हो सकती है जब पीड़ित व्यक्ति दंड शुल्क से असहमत हो और चेक जारी करने वाले के रूप में आपके खिलाफ एक दीवानी या आपराधिक मामला दर्ज करे। यदि चेक अनादर जानबूझकर किया गया है, तो Issuer पर मुकदमा चलाया जा सकता है।
Other Drawbacks
RBI के दिशा-निर्देशों के अनुसार, Bank किसी भी ऐसे व्यक्ति को Cheque जारी करने से रोक सकता है, जिसके पास 1 करोड़ से अधिक मूल्य के Cheque पर कम से कम 4 बार Recurring Cheque Book Bounce अपराध का Record हो। यदि आपने Collateral Security रखकर Loan लिया हैं और आपका EMI Cheque रद्द हो जाता है तो Bank को क़ानूनी Notice जारी करने या आपके Account से पैसे काटने का अधिकार हैं।
Cheque Bounce Penalty By Popular Banks
SR NO. | Bank | Fees |
1. | State Bank Of India | SBI के पास जमा किया गया चेक / बिल दूसरों के द्वारा भुगतान नहीं किया गया (स्थानीय / बाहरी)·₹ 1.00 लाख तक के Cheque / बिल पर-₹ 150 + GST
₹ 1.00 लाख से अधिक का Check / बिल -₹ 250 + GST SBI (केवल अपर्याप्त धन के लिए) (सभी खंडों के लिए) पर Cheque के लिए Return Cheque Fees ₹ 500 + GST (राशि चाहे जो भी हो) ग्राहक द्वारा गलती होने पर सभी Segment के लिए SBI (तकनीकी कारणों से) पर Check Return Fees ₹ 150 + जीएसटी |
2. | HDFC Bank |
Savings Account
Outward: ₹ 100 / – Inward: एक तिमाही में पहला Cheque Return -₹ 350 , उसी तिमाही में दूसरे Cheque Return – ₹ 750 Current Account Outward: ₹ 50 Inward: ₹ 300 बाहरी Cheque का डिसऑनर Regular Savings
Outward: ₹ 100 Inward: ₹ 350 Senior Citizen Account Outward: ₹ 80 Inward: ₹ 350 |
3. | ICICI Bank | Local Fees
ग्राहक द्वारा जमा किया गया Cheque – ₹ 100 / – (वित्तीय कारणों से हर Check Return के लिए) ग्राहक द्वारा जारी किया गया Check – ₹ 350 / – (प्रति माह एक Cheque Return के लिए); वित्तीय कारणों से एक ही महीने में ₹ 750. प्रति Return और ₹ 50 गैर–वित्तीय कारणों से वित्तीय कारणों के लिए हर Cheque Return के लिए हस्ताक्षर Verificationको छोड़कर Exterior Fees ग्राहक द्वारा जमा किया गया बाहरी Check -₹ 150 + प्रति Cheque पर वास्तविक Bank Fees। |
4. | Axis Bank | स्थानीय Clearingके लिए होम Branchमें जमा किए गए Cheque का Return -₹ 500 प्रति Cheque |
5. | Bank Of Baroda | Cheque (Outward के ग्राहक द्वारा जमा और Return Unpaid)
₹ 1 लाख तक – ₹ 125 ₹ 1 लाख से ₹ 1 करोड़ तक-₹ 250 ₹ 1 करोड़ से अधिक – ₹ 500 Cheque (BOB से तैयार) Return (Outward Return ) – (वित्तीय कारण) ₹ 1 लाख तक – ₹250 ₹ 1 लाख से ₹ 1 करोड़ तक– ₹ 500 ₹ 1 करोड़ और उससे अधिक के लिए -₹ 750 यदि Bank धन से बाहर रहता है; वास्तविक ब्याज @ 7.5% Base Rate से अतिरिक्त वसूला जाना है| अन्य कारणों से – ₹ 250 |
What To Do If Check Bounces
- कभी भी Cheque Book Bank में Expiry Date के बाद जमा न कराये। Account Holder Cheque पर तिथि दी गई होती है। उस तिथि के अंदर ही Cheque Cash करा लेना चाहिए।
- Cheque Book जिस तिथि को Bounce होती है उसके 30 दिनों के अंदर Account Holder के पास Notice भेजना चाहिए। जिसके पश्चात् Account Holder को यह पता चल जाये की उनके द्वारा जारी किया गया Cheque Bounce हो गया।
मुझे उम्मीद है कि आपको हमारा ये लेख बहुत पसंद आया होगा और आपने इसमें से बहुत कुछ सीखा होगा । हम इसके लिए आपका बहुत आभार प्रकट करते है। यदि इस लेख से सम्बंधित आपको कुछ भी पूछना हो तो आप हमे Comment कर के बता सकते है। मैं आरती देवतवाल आपका एक बार फिर से तहे दिल से धन्यवाद करती हूँ कि आपने अपना कीमती समय इस लेख को पढ़ने में लगाया। मुझे आशा है कि आपको इसमें से बहुत कुछ समझने को मिला होगा।
ChequeBounce क्या है?
Chequeतब ही माननीय कहा जाता है, जब Bank Recipient को Amount देता हैं। अगर Bank Recipient को Amount देने से मना कर देता है तो Cheque को ख़ारिज अर्थात Bounce माना जाता हैं।
ChequeBounce होने के कारन बताइये?
Payer के Bank Account में पूरे पैसे न होना। हस्ताक्षर Same न होना अर्थात Chequeमें Signature Bank द्वारा रखे गए Sample से Match नहीं होना | Account Number गलत होना या पूरी तरह से न लिखना। संख्या और शब्दों में Amount का Same न होना यानि शब्दों और अंको में लिखी जाने वाली राशि का एक-दूसरे से मेल ना खाना। Chequeका फटना या ख़राब होना।
Cheque Bounce होने की स्थिति में क्या होता है?
एक बार जब Bank आपके Cheque को रद्द कर देता है, तो Issuer को Cheque Bounce होने के कारण बताते हुए Recipient को Cheque Return Memo पाप्त होगा। Recipient के पास Cheque को दोबारा जमा करने का Option होता है। अगर यह दूसरी बार भी रद्द हो जाता हैं तो कानून के अनुसार Payee क़ानूनी रूप से Drawer के खिलाफ मुकदमा चला सकता हैं।
Cheque Bounce होने पर क्या करें?
जब आप Bank में Cheque जमा करते है तो Bank कर्मचारी ChequeBounce होने पर एक Notice देता है जिसमें Bounce होने की स्थिति दी हुई होती है।
Cheque Bounce होने के 30 दिन के भीतर आप एक वकील से मिले और अपनी समस्या बताएं। इसके बाद वकील द्वारा Account Holder के पास एक Legal Notice जाता है। इस Notice को मिलने के 15 दिन के अंदर Account Holder को Present होना पड़ता है।
इसमें ओर अधिक जानने के लिए ऊपर दिए गए लेख को पढ़िए।
Cheque Book Bounce से जुड़े नियम बताइये?
कभी भी ChequeBook Bank में Expiry Date के बाद जमा न कराये। Account Holder Check पर तिथि दी गई होती है। उस तिथि के अंदर ही ChequeCash करा लेना चाहिए।ChequeBook जिस तिथि को Bounce होती है उसके 30 दिनों के अंदर Account Holder के पास Notice भेजना चाहिए। जिसके पश्चात् Account Holder को यह पता चल जाये की उनके द्वारा जारी किया गया Cheque Bounce हो गया।