Equity Shares In Hindi– नमस्ते मित्रों आज हम हमारे नए लेख Equity Shares के बारे में पढ़ेंगे कि,। Equity Shares क्या होता है और इसमें क्या-क्या किया जाता है। Share में निवेश कैसे करना है और इसके जोखिम क्या है और इसका Holder कौन होता है (Equity Shares In Hindi)और इसके प्रकार इत्यादि इन सभी के बारे में आज हमारे इस लेख में हम जानेंगे। लेकिन आपको हमारे इस लेख को पूरा व अंत तक विस्तारपूर्वक पढ़ना होगा।
Equity Shares In Hindi
Definition And Types Of Shares – Share का साधारण भाषा में अर्थ होता है “हिस्सा” अर्थात यदि कोई व्यक्ति अपन Company का मालिकाना हक किसी दूसरे व्यक्ति को दे देता है तो वह उस Company का मालिक हो जाता है। दूसरी भाषा में कहे तो यदि कोई व्यक्ति अपनी Company के 51% के शेयर किसी अन्य व्यक्ति को दे देता है तो यह Company का owner ह जाता है।(Equity Shares In Hindi)
जब पहली बार कोई Company Market में अपने Shares को बेचने के लिए निकालती है, तो वो Initial Public Offer के लिए जाते है और बाद में इन्हे Investors खरीद लेते है। फिर व्ही Investors इन को Exchange में बेच देते है,और फिर उन Shares पर Trading Start हो जाती है। बाद में लोग Exchange में Trading करके लाभ कमाते है।
Share Holder – जो व्यक्ति Shares के बड़े हिस्से को खरीदता है वो उस Company का Share Holder कहलाता है। Share Holder का सीधा अर्थ होता होता है “हिस्सेदार” तो जो भी उस Shares को खरीदता है(Equity Shares In Hindi) वह उस Company का हिस्सेदार बन जाता है। Companies अपना निवेश बढ़ाने और कंपनी को और ऊंचा बनाने के लिए अपने Shares को बेचती है। यदि वो Shares न बेचे तो उनकी Company में विस्तार कैसे होगा। इन सबके लिए पैसो की जरुरत पड़ती है।
Company के मालिक अपनी Company के निवेश को बढ़ने के लिए अपनी Company को Public कर देते है और स्वयं को NSE या BSE में Register करके Shares Issue कर देती है, जिसके बाद आम लोग उन्हें खरीद सके और उसके बाद वही Shares को Exchange में बेचकर मुनाफा कमाते है।
TYPE OF SHARES
Share तीन प्रकार के होते है –
- Equity Share
- Preference Share
- DVR Share
आज हम Equity Shares के बारे में जानेगे।
EQUITY SHARES MEANING
EQUITY SHARES – Equity Share को सिर्फ Share भी कहा जाता है। (Equity Shares In Hindi) आजकल जो भी व्यक्ति Shares बोलता है तो उसका मतलब वह Equity Shares की बात कर रहा है। यदि किसी भी Shares के आगे या पीछे कुछ भी न लिखा जाये तो वह Share Equity Shares कहलाता है। जिनके पास Equity Shares होता है वह Company के मालिक कहलाते है और उन्हें Equity Share Holder कहा जाता है। Equity Share को Ordinary Share भी क्या जाता है। जिसके पास Company के ज्यादा Share होते हैं वही Board Of Directors को चुन सकते हैं। जिसके पास Company के ज्यादा Share होते हैं वही Board Of Directors को चुन सकते हैं।
EQUITY SHAREHOLDERS ARE THE OWNERS OF THE COMPANY
Equity Share Holder को Company का असली मालिक मन जाता है, क्यूंकि Equity Share Holder के पास Company में लिए जाने वाले सारे फैसले और Company में किया जाने वाला Management के फैसले में Vote देना का अधिकार होता है। इस प्रकार से Equity Share Holder का Company के कार्यो पर नियंत्रण होता है।
सभी तरह के Shares को पैसा या Profit Dividend के रूप में देने के बाद जो भी बचता है वो Equity Share Holder को दे दिया जाता है। कभी-कभी तो ऐसा होता है कि, सभी तरह के Shares को Dividend देने के बाद Equity को देने के लिए कुछ नहीं बचता है। यदि Company लाभ कमा रही है तो Equity Share Holder को भी अधिक लाभ मिलने कि संभावना होती है।
BENEFITS TO THE COMPANY FROM EQUITY SHARES
- Equity Share पर Company अपनी इच्छानुसार Dividend देती है, यदि Company यह फैसला करती है किEquity Share Holder को किसी प्रकार का कोई भी Dividend नहीं देना तो उन्हें Dividend नहीं दिया जाता है।
- Equity Share, Company के लिए पूंजी एकत्रित करने का सबसे अच्छा फायदा होता है,क्यूंकि Equity Sharesजारी करने पर Company को इस पूंजी को वापस करने का समय नहीं रहता है, Equity Shares की पूंजी समापन के समय सबसे आखिर में दी जाती है।
- Equity Share जारी करने से Company की सम्पति के ऊपर कोई अलग से दायित्व उत्पन्न नहीं होता है।
- Equity Share Stock Market में आसानी से Trade किये जा सकते है।
ADVANTAGES AND DISADVANTAGES OF EQUITY SHARES
ADVANTAGES OF EQUITY SHARES
- Equity Shares लाभांश की एक निश्चित दर का Payment करने के लिए कोई दायित्व नहीं बनाते है। आप अपनी मर्जी के According कम या ज्यादा Shares खरीद सकते है।
- Equity Shares को आप बिना सम्पति के शुल्क बनाये जारी कर सकते है।
- Company की सम्पति पर कोई Charges लगाए बिना Equity Shares जारी कर सकते है।
- Equity Shares Holder को मतदान का अधिकार होता है, क्यूंकि वह लोग Company के असली मालिक होते।
- Equity Shares Holder Company के असली मालिक होते है, इसलिए उनका Company के सभी कार्यो पर नियंत्रण होता है।
- Equity Shares Holder के लाभ की कोई सीमा नहीं होती, उनका दायित्व उनके द्वारा ख़रीदे गए Shares के बराबर होता है।
- यदि Company ज्यादा लाभ लाभ कमाती है, तो इसका फायदा Equity Shares Holder को मिलता है। Equity Shares का भाव बढ़ जाता है और दूसरा Dividend मिलने की उम्मीद होती है।
DISADVANTAGES OF EQUITY SHARES
- एक बार यदि Company ने Equity Shares जारी कर दिए तो, Company Equity पर Trading का लाभ नहीं ले सकती है।
- जैसा कि आपको पता है Equity Capital को Redeemed नहीं कराया जा सकता ,इसलिए Capitalization का खतरा है।
- Equity Shares Holder खुद को व्यवस्थित करके प्रबंधन के लिए बाधाएं डाल सकते है।
- संपन्न अवधि के समय बाजार में Shares के मूल्य में वृद्धि के लिए उच्च Dividend का payment करना पड़ता है तथा यह अनुमानों कि ओर जाता है।
- निश्चित आय के साथ सुरक्षित प्रतिभूतियों में Invest करने की इच्छा रखने वाले Investors को ऐसे Shares के लिए कोई लगाव नहीं है।
- Equity Share की Cost Company के अलग-अलग Financial Source की Cost से ज्यादा होता है।
- Company द्वारा यदि जब भी नए Equity Share जारी किये गए तो, इससे मौजूदा समय के Share धारको का Profit कम हो जायेगा।
TYPE OF EQUITY
सामान्य तौर पर, Share बाजार में 3 प्रकार के Equity Fund होते है,
Large-Cap Equity Fund – ये Fund सामान्य रूप से बड़े Business और बड़ी Company के पास होते है। जिनका व्यापार समृद्ध होता है, अर्थात फैला हुआ होता है। जैसे- SBI,HDFC,Infosys इत्यादि इनके पास अच्छा Modal हैं। हालाँकि , इसमें Return Percentage इतना ज्यादा नहीं है , But यह Long Term Investment के लिए उपयोगी और निश्चित रूप से Trust Able है।
Mid-Cap Equity Fund– ये Fund उन Companies से सम्बंधित है जो आकर में तो माध्यम प्रवर्ती की है,लेकिन ये Companies प्रतिस्पर्धा प्रदर्शन में काफी प्रगतिशील है। इसमें से कुछ Fund- Abbott India, Aditya Birla Fashion इत्यादि के शामिल है। इसमें जोखिम करक अधिक है।
Small-Cap Equity Fund – Small-Cap एक भाग में आने वाला Equity Fund बाकि Fund प्रकारों की तुलना में जोखिम के सबसे ऊंचे हिस्से अर्थात अधिक जोखिम के स्तर पर आते है। वैसे तो जोखिम लेने वाले व्यापारी के लिए, ये Fund अच्छे से काम कर रहे है।
कुछ Investors को जोखिम भरे Small-Cap Fund से दूर रहना चाहिए।कुछ उदाहरण में –5Paisa, 3i Infotech, Ace Export इत्यादि शामिल है।
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FEATURES OF EQUITY SHARES
Suffrage– Equity Shares को रखने के लिए सबसे बड़ा बिंदु यह कि Equity Shares के धारको को GM आदि चुनाव में एक मत के रूप में कई मताधिकार दिए जाते है। वैसे तो इसमें मत देने का अधिकार सभी Equity Shares Holder को तो है ही साथ ही इसमें एक Vote एक Share के बराबर होता है, अर्थात यदि जितने ज्यादा Equity Shares आपके पास होंगे आपको उतने ज्यादा ही Vote मिलेंगे।
Access To Meetings– Equity Shares रखने वाले किसी भी Annual या General संस्थाओ के साथ बैठने की अनुमति दी जाती है। जिससे उनको सम्मान की अनुभूति दिलाई जाती है।
Dividend Payments – Equity Shares के धारक Dividend Shares के लिए भी योग्यता प्राप्त करते है।
जब भी यदि Company में कोई भी लाभ होता है तो Equity Shares Holder को सबसे अंत में Dividend दिया जाता है। सभी Preference Shares इत्यादि को लाभांश पहले ही दे दिया जाता है। कितनी बार तो Equity Shares Holder के हाथ कुछ नहीं आता है।
Equity Shares Are Irreplaceable– जब तक Company बंद नहीं हो जाती या Company का समापन नहीं हो जाता Equity Shares से प्राप्त पैसा Investors को नहीं दिए जायेंगे। Equity Shares Holder या तो इसके बदले अपने Equity Shares बेच सकता है या फिर उस समय उनके Equity Shares की कीमत क्या है ये देख कर Company के समापन तक इंतज़ार कर सकता है।
Equity Share Ownership Security– Equity Shares Holder मिलकर Company के स्वामित्व का निरूपण करते है। ऐसा होने पर व्यावहारिक रूप से Company के प्रशासन के संबंधमें सभी मत देने के अधिकार
Equity Shares Holder द्वारा प्राप्त किये जाते है।
Equity Shares Are Convertible Income Security– लाभ कि उपलब्धता और लाभ की अवधारणा के बारे में
अधिक या बहुत कम Dividend या फिर कोई Dividend नहीं मिल सकता। यह Equity Shares Holder के लिए जोखिम में भी सुरक्षा है।
Equity Shares Are Incredible Security– जब तक Company का समापन नहीं हो जाता या Company के जीवनकाल में इस सुरक्षा को चुकाने के लिए कानून द्वारा अनुमति कभी नहीं दी जाएगी। Equity Shares Holder
अपने Share को Stock Exchange के माध्यम से किसी दूसरे व्यक्ति को Transferred कर सकता है, यदि वह थक जाता है।
DIFFERENCE BETWEEN EQUITY AND SHARE
EQUITY | SHARES |
यह वह Amount है जिसे व्यापर में Invest किया जाता है। | Shares सबसे छोटी इकाई है ,जिसमे पूरी Company की Equity को विभाजित किया जाता है। |
Equity का कोई भी प्रकार नहीं होता है। | इसके साथ विभिन्न प्रकार के Shares होते है। जैसे -Common, Preferred इत्यादि सभी मिलकर कार्य करते है। |
Equity Shares Holder की Equity,और Reserve और Surplus का योग है। | Share कुल Share Holder की Equity से ही प्राप्त होते है। |
Equity अपने आप में एक परम्परागत परिणाम नहीं है। | Share Equity के रूप हैं जो Share Market में Trade करते हैं’
|
मुझे उम्मीद है कि आपको हमारा ये लेख बहुत पसंद आया होगा और आपने इसमें से बहुत कुछ सीखा होगा । हम इसके लिए आपका बहुत आभार प्रकट करते है। यदि इस लेख से सम्बंधित आपको कुछ भी पूछना हो तो आप हमे Comment कर के बता सकते है। मैं आरती देवतवाल आपका एक बार फिर से तहे दिल से धन्यवाद करती हूँ कि आपने अपना कीमती समय इस लेख को पढ़ने में लगाया। मुझे आशा है कि आपको इसमें से बहुत कुछ समझने को मिला होगा।
Share क्या होते है
Share का साधारण भाषा में अर्थ होता है “हिस्सा” अर्थात यदि कोई व्यक्ति अपन Company का मालिकाना हक किसी दूसरे व्यक्ति को दे देता है तो वह उस Company का मालिक हो जाता है। दूसरी भाषा में कहे तो यदि कोई व्यक्ति अपनी Company के 51% के शेयर किसी अन्य व्यक्ति को दे देता है तो यह Company का owner ह जाता है।
Shares कितने प्रकार के होते है?
Share तीन प्रकार के होते है –
Equity Share, Preference Share, DVR Share.
Equity Shares किसे कहते है?
Equity Share को सिर्फ Share भी कहा जाता है। आजकल जो भी व्यक्ति Shares बोलता है तो उसका मतलब वह Equity Shares की बात कर रहा है। यदि किसी भी Shares के आगे या पीछे कुछ भी न लिखा जाये तो वह Share Equity Shares कहलाता है।
कंपनी को Equity Shares से क्या लाभ है?
Equity Share पर Company अपनी इच्छानुसार Dividend देती है, यदि Company यह फैसला करती है कि
Equity Share Holder को किसी प्रकार का कोई भी Dividend नहीं देना तो उन्हें Dividend नहीं दिया जाता है।
Equity Share, Company के लिए पूंजी एकत्रित करने का सबसे अच्छा फायदा होता है,क्यूंकि Equity Shares
जारी करने पर Company को इस पूंजी को वापस करने का समय नहीं रहता है, Equity Shares की पूंजी समापन के समय सबसे आखिर में दी जाती है।
Equity Shares के फायदे?
Equity Shares को आप बिना सम्पति के शुल्क बनाये जारी कर सकते है। Company की सम्पति पर कोई Charges लगाए बिना Equity Shares जारी कर सकते है। Equity Shares Holder को मतदान का अधिकार होता है, क्यूंकि वह लोग Company के असली मालिक होते।
Equity Shares के नुकसान?
निश्चित आय के साथ सुरक्षित प्रतिभूतियों में Invest करने की इच्छा रखने वाले Investors को ऐसे Shares के लिए कोई लगाव नहीं है।Equity Share की Cost Company के अलग-अलग Financial Source की Cost से ज्यादा होता है।Company द्वारा यदि जब भी नए Equity Share जारी किये गए तो, इससे मौजूदा समय के Share धारको का Profit कम हो जायेगा।
Equity Share की विशेषताएं बताइये?
Equity Shares को रखने के लिए सबसे बड़ा बिंदु यह कि Equity Shares के धारको को GM आदि चुनाव में एक मत के रूप में कई मताधिकार दिए जाते है। वैसे तो इसमें मत देने का अधिकार सभी Equity Shares Holder को तो है ही साथ ही इसमें एक Vote एक Share के बराबर होता है, अर्थात यदि जितने ज्यादा Equity Shares आपके पास होंगे आपको उतने ज्यादा ही Vote मिलेंगे।
Access To Meetings– Equity Shares रखने वाले किसी भी Annual या General संस्थाओ के साथ बैठने की अनुमति दी जाती है। जिससे उनको सम्मान की अनुभूति दिलाई जाती है।
Equity or Share में अंतर बताइये?
यह वह Amount है जिसे व्यापर में Invest किया जाता है। Shares सबसे छोटी इकाई है ,जिसमे पूरी Company की Equity को विभाजित किया जाता है। इक्विटी का कोई भी प्रकार नहीं होता है। Common, Preferred इत्यादि इनके साथ विभिन्न प्रकार के Shares है।